2025 में जुटेंगे 1000+ समाजसेवी, लखनऊ बनेगा शिक्षा और विकास का केंद्र

Saima Siddiqui
Saima Siddiqui

लखनऊ एक बार फिर सामाजिक बदलाव की राजधानी बनने जा रहा है! AMP (Association of Muslim Professionals) और Islamic Center of India के संयुक्त तत्वावधान में AMP National NGO Conference 2025 का आयोजन किया जा रहा है। दो दिवसीय यह कार्यक्रम 15 और 16 नवंबर को लखनऊ के इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया में होगा, जिसमें देशभर से 1000+ NGOs और समाजसेवी भाग लेंगे।

NGOs को जोड़ने की ऐतिहासिक पहल

मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली, चेयरमैन, इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया ने कहा:

“यह सिर्फ एक इवेंट नहीं, बल्कि देशभर के NGOs को एक साझा मंच पर लाने की कोशिश है। इस कॉन्फ़्रेंस के ज़रिए हम शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक सुधार के ठोस रास्तों पर चर्चा करेंगे।”

यह सम्मेलन एक तरह से सामाजिक संस्थाओं का ‘National Confluence’ होगा, जहां अनुभव साझा होंगे और नए दिशा-निर्देश तय होंगे।

शिक्षा, रोज़गार और सशक्तिकरण – फोकस में रहेगा विकास

जनाब आमिर इदरीसी, प्रेसिडेंट, AMP ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस में बताया:

“हमने 17 सालों में जो सीखा है, उसे अब देशभर के NGOs के साथ मिलकर और व्यापक रूप देना चाहते हैं। हमारा फोकस है – 130 अल्पसंख्यक ज़िलों में सामाजिक और आर्थिक विकास को तेज़ करना।”

AMP ने पिछले वर्षों में हजारों छात्रों की स्कॉलरशिप, सैकड़ों को रोजगार और तमाम युवाओं को स्किल डेवलपमेंट में सहायता दी है। अब इस अनुभव को एक नेशनल कोलैबोरेशन में बदलने का समय है।

देशभर में आउटरीच, युवाओं को किया जा रहा है प्रेरित

डॉ. अब्दुल अहद, डायरेक्टर, पल्स हॉस्पिटल लखनऊ और ऑर्गनाइजिंग कमेटी के लीडर ने कहा:

“हम अलग-अलग राज्यों में जाकर NGOs और यूथ एक्टिविस्ट्स से मिल रहे हैं। ये कॉन्फ़्रेंस एक आंदोलन की तरह है – जहां हर व्यक्ति बदलाव का वाहक बन सकता है।”

उनका कहना था कि यह सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि समाज में Collective Impact लाने का प्रयास है।

चर्चा के मुख्य मुद्दे – Knowledge + Action = Impact

मुजतबा ख़ान, प्रेसिडेंट, परवाज़ फाउंडेशन ने बताया कि कॉन्फ़्रेंस में इन विषयों पर गहन चर्चा होगी:

  • शिक्षा में गुणवत्ता और पहुंच
  • महिला सशक्तिकरण के मॉडल
  • सामाजिक उद्यमिता और आर्थिक विकास
  • NGOs की क्षमता निर्माण (Capacity Building)
  • AMP का 25 वर्षीय राष्ट्रीय रोडमैप

“हम चाहते हैं कि हर NGO इस प्रक्रिया का हिस्सा बने और अपने क्षेत्रीय अनुभवों को साझा कर समाज में बदलाव की दिशा तय करें।”

क्यों आएं इस कॉन्फ़्रेंस में?

  • 1000+ NGOs, शिक्षाविद, नीति-निर्माता, और यूथ लीडर्स से नेटवर्किंग का मौका
  • प्रेरणादायक पैनल डिस्कशंस, केस स्टडीज़ और वर्कशॉप्स
  • AMP के प्रोजेक्ट्स से जुड़ने और उन्हें अपने क्षेत्र में लागू करने का अवसर
  • नया विज़न, नया मिशन, और एक साझा भविष्य की योजना

एक साझा अपील

ऑर्गनाइजिंग कमेटी ने सभी NGO प्रतिनिधियों, स्कूल संचालकों, शिक्षकों, समाजसेवियों और युवाओं से अपील की है:

“आइए, इस राष्ट्रीय पहल का हिस्सा बनें और समाज में वास्तविक परिवर्तन के वाहक बनें।”

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